छत्तीसगढ़ में धान पर नई सरकार द्वारा दिए जाने वाले बोनस पर कई शिकायतें सामने आ रही है। इसके तहत भुगतान के एवज में किसानों से सहकारी बैंक मैनेजर कमीशन मांग रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बिलासपुर जिले के करगी रोड सहकारी बैंक सामने आया है। जहां बैंक के प्रबंधक द्वारा धान बोनस की राशि निकालने के नाम पर किसानों से कमीशन मांगने की शिकायत आई है। और प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद मैनेजर को सस्पेंड कर दिया गया है। राज्य में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर (25 दिसंबर) सरकार ने धान किसानों को दो साल के बकाया बोनस की राशि का भुगतान किया है। इसके तहत 3716 करोड़ की राशि ट्रांसफर की गई है।
क्या है मामला
बिलासपुर जिले के करगी रोड सहकारी बैंक के प्रबंधक द्वारा धान बोनस की राशि किसानों में किसानों से कमीशन मांगे जाने की शिकायत की प्रारंभिक जांच सही पाये जाने पर वहां के प्रभारी शाखा प्रबंधक को निलंबित कर दिया गया है। गौरतलब है कि प्रभारी मैनेजर हरीश कुमार वर्मा के खिलाफ किसानों ने कमीशन मांगे जाने एवं नहीं दिये जाने पर अभद्र व्यवहार करने की शिकायत की थी। इस शिकायत की जांच पर प्रथम दृष्टया शिकायत सही पाए जाने के बाद प्रभारी मैनेजर के निलंबन की कार्रवाई की गई है।
मुख्यमंत्री का एक्शन
रिपोर्ट के अनुसार शिकायतें इतने बड़े पैमाने पर आई है कि मामला मुख्यमंत्री विष्णु देव साय तक पहुंच चुका है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने अपेक्स बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों सहित सभी सहकारी बैंकों के प्रबंधकों को किसानों की मांग के आधार पर उनके खाते से तत्परता से राशि का आहरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिया है।साय ने कहा है कि किसानों को अपने बैंक खाते से राशि निकालने में किसी भी तरह की दिक्कत न हो, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। सीएम के निर्देश के बाद कलेक्टरों द्वारा जिले में इस व्यवस्था पर निगरानी सुनिश्चित कराने के साथ ही हीला-हवाला करने वाले बैंकर्स के विरूद्ध कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
